उन्हें जब लगा कि आसंदी और दूरदर्शन कैमरों के समक्ष अन्य हल्लाबोलों के मध्य उनका हंगामा कुछ कमजोर पड़ रहा है तो वे वैल में सबसे आगे जाकर इतना चीखें कि मूर्छित होकर गिर पडे़। अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। दल के साथी उन्हें उठाकर कैंटीन ले गए तथ जूस पिलाकर कैसे हो, पूछते हुए कहा किसानों को लेकर इतना परेशान होने की क्या जरुरत थी। वे मुस्कुराए और बोले किसानों के लिए कौन परेशान होता है? मुझे तो पार्टी परफोमेंस की चिंता थी।
सोनू, मैं तेरी भाभी से बहुत परेशान हूँ, रोज सुबह शाम पैसे ही मांगती रहती है। मोनू, पर वो इतने पैसों का करती क्या है? सोनू, यह तो मालूम नहीं, क्योंकि मैंने उसे कभी पैसे दिए ही नहीं।
एक औरत बार-बार पति को डराने के लिए आत्महत्या की धमकी देती रहती थी। एक दिन आदमी ने कहा, मरना है तो मर जा, मैं भी थक गया हूँ तेरी इन गीदड़ धमकियों से। यह सुनते ही पत्नी घर की दूसरी मंजिल परचढ गई। पीछे से पति चिल्लाया अगर मरना ही है तो चौथी मंजिल पर जा।
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